आओ शब्दों को जानें!
किसी भी तार्किक शब्द या विषय पर तर्क - वितर्क करना बौद्धिक वर्ग का ख़ास शगल है, जिसके सहारे हम उस विषय के अन्तस् तक पहुँच पाते हैं।ये तर्क - वितर्क, गवेषणा और अनुसंधान की चर्चनाएँ कहीं भी दृष्टिगत हो सकती हैं। स्कूल, कॉलेज, कार्यालय, घर - बार, सड़क, गली, मौहल्ला, ब्लॉग, ट्विटर या फेस बुक पर..... कहीं भी। किसी भी विषय पर आयोजित हो सकती है.. बड़ी व्यापकता लिए, वर्ण से महाकाव्य पर्यन्त, योग से भोग, स्थूल से सूक्ष्म, भौतिकता से आध्यात्मिकता पर्यन्त, हर विषय पर तर्कनाओं का अंबार लगा हुआ है। ऎसा ही आज कुछ देखते - पढ़ते ध्यान में आया तो अपने आप को लिखने से रोक नहीं पाया। श्यामसुंदर नम्र के शब्दों में..... ⤵️आओ बहस करें ⤵️सिद्धान्तों का तहस - नहस करें ⤵️आओ आज मिलकर बहस करें..⤵️ विचारणीय: नौकरानी, इंद्राणी, भवानी, आचार्यानी, सेठानी, देवरानी, जेठानी....... आदि समरूप प्रतीत होने वाले शब्द जिनका उत्पत्ति स्थल (व्युत्पत्ति) अलग-अलग तौर पर समझना आवश्यक है, अन्यथा इनका प्रयोग बहुत ग़लत तरीके से होना आमतौर पर देखा जा सकता है। नौकर /नौकरानी:- ...